लखनऊ, अक्टूबर 24 -- विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आह्वान पर शुक्रवार को बिजली कर्मियों ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया। कहा कि निजीकरण के हर प्रारूप और हर कोशिश का पुरजोर विरोध किया जाएगा। लखनऊ में रेजीडेंसी पर विरोध प्रदर्शन के दौरान विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के केंद्रीय पदाधिकारियों ने बताया कि लेसा में वर्टिकल प्रणाली लागू कर बिजली कर्मियों के लगभग 8000 पद समाप्त किए जा रहे हैं, जिससे राजधानी की बिजली व्यवस्था लड़खड़ाने की पूरी आशंका है। आरोप लगाया कि वर्टिकल प्रणाली केवल निजीकरण के लिए लागू की जा रही है। निजी कंपनियों का मार्ग प्रशस्त करने के लिए बिजली कर्मियों के हजारों पद समाप्त किया जा रहे हैं, जिससे कर्मच...