फर्रुखाबाद कन्नौज, मई 21 -- फर्रुखाबाद, संवाददाता। पूर्वांचल और दक्षिणांचल डिस्काम के निजीकरण के विरोध में केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर बिजली इंजीनियर भी आंदोलित हुये। दो घंटे का धरना प्रदर्शन कर बिजली इंजीनियरों ने एकजुटता प्रदर्शित की। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन की जनपदीय शाखा की ओर से आयोजित इस धरना प्रदर्शन में पदाधिकारी ने कहा कि शासन और ऊर्जा प्रबंधन की ओर से कई समझौते हुये मार्च 2018, अक्तूबर 2020 में इस बात पर सहमत बनी थी कि निजीकरण की कार्रवाई नही होगी। व्यवस्था सुधार के लिए कहीं भी आवश्यकता होगी तो सेवा संगठनों को विश्वास में लेकर ही कोई कार्रवाई की जाएगी। मगर ऊर्जा प्रबंधन की ओर से पूवांचल और दक्षिणांचल के निजीकरण की कार्रवाई पूरी तौर पर एकतरफा है। यह पारस्परिक विश्वास को कमजोर करने का बल प्रदान करता है। केंद्री...
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