मैनपुरी, जुलाई 9 -- बिजली कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में बुधवार को हड़ताल कर दी। हालांकि इस हड़ताल से बिजली संकट जैसी कोई समस्या तो नहीं आई लेकिन कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में एकजुटता दिखाने की पूरी कोशिश की। कर्मचारियों ने कहा कि छह माह से हड़ताल चल रही है लेकिन सरकार इस मुद्दे पर कर्मचारियों से बात नहीं कर रही और न ही इस समस्या के किसी हल का कोई भरोसा दिया जा रहा है। अगर सरकार जिद पर है तो कर्मचारी भी इस जिद का सामना करेंगे और विभाग का निजीकरण नहीं होने देंगे। एक दिन की सांकेतिक हड़ताल में जिले के 500 से अधिक बिजली कर्मचारी संविदा कर्मी, जूनियर इंजीनियर, अभियंता व अन्य संगठन के लोग शामिल हुए। बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से बताया गया कि भारत सरकार और राज्य सरकारों के निजीकरण के विरोध में ये हड़ताल हुई है। बिजली क...