बलिया, जनवरी 29 -- मनियर, हिन्दुस्तान संवाद। जन संस्कृति मंच की ओर से जनकवि गोरख पांडेय की स्मृति में बुधवार को कस्बा के चांदुपाकड़ स्थित एक सिनेमा हाल में श्रद्धांजलि सभा और कवि सम्मेलन का आयोजन बुधवार को हुआ। इस दौरान मुख्य अतिथि रामजी राय ने कहा कि कविताएं भविष्य की दृष्टि होती है। स्व. पांडेय की रचनाएं आज के दौर में समाज का दर्पण है। कहा कि उनकी कविताओं में गतिशीलता है, जिनको अंगूठा भी रखने के लिए जमीन न मिले और वह आसमान पाने के लिए खड़ा हो वहीं आशावादिता है। पांडेय की कविताएं आजादी की कविता है, जो पैसे के राज के खिलाफ एक मेहनतकश जनता के सपने की आवाज बनने की नसीहत देती है। रामनरेश राम ने कहा कि वह जन विरोधी संस्कृति के प्रबल विरोधी थे। वहीं संस्कृति को सत्ता के लिए इस्तेमाल करना समाज के लिए घातक बताया। कहा कि जनकवि की गीत मजदूर और किस...
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