लखनऊ, मई 1 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता। बिजली के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों का आंदोलन जारी है। इसी क्रम में गुरुवार को सभी जिलों और परियोजनाओं पर बाइक रैली निकालकर बिजली कर्मियों ने विरोध दर्ज कराया। आंदोलन के अगले चरण में 02 मई से 07 दिन तक राजधानी लखनऊ में शक्ति भवन पर क्रमिक अनशन किया जाएगा। ज्ञापन दो अभियान के अंतर्गत शिवपाल सिंह यादव सहित कई जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिया गया। संघर्ष समिति ने कहा कि निजीकरण की दृष्टि से बड़े पैमाने पर सभी विद्युत वितरण निगमों से संविदा कर्मियों को हटाए जाने का आदेश तत्काल वापस लिया जाए। समिति ने इस मामले में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए कहा कि अत्यंत अल्प वेतन भोगी संविदा कर्मियों को जिनमें से कई लोग अपंग भी हो चुके हैं, उन्हें इस तरह हटाया जाना अमानवीय है। सम...