लखनऊ, नवम्बर 25 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता। पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों में प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में 27 नवंबर को प्रदर्शन के बाद बिजली कर्मचारी इसकी गति तेज करेंगे। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने बताया कि संघर्ष की गति तेज करने के लिए 30 नवंबर को सभी जिलों में बैठकें होंगी, जिसमें संघर्ष के संबंध में विस्तार से बात होगी। शैलेंद्र ने बताया कि 27 नवंबर को सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन होने हैं, जिसकी तैयारी के लिए व्यापक जनसंपर्क किया जा रहा है। निजीकरण का प्रस्ताव रद्द होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

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