मेरठ, सितम्बर 22 -- उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ के तत्वावधान में रविवार को मेरठ में बिजली निजीकरण को लेकर चितंन मंथन शिविर आयोजित हुआ। अभियंताओं ने निजीकरण के विकल्प को एक स्वर में खारिज कर दिया और संकल्प लिया निजीकरण के विरोध में आंदोलन और तेज किया जाएगा। कहा, संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक निर्णय वापस नहीं लिया जाता। मेरठ में शिविर के दौरान यह जानकारी मिलने से पश्चिमांचल के बड़े शहरों में अर्बन डिस्ट्रीब्यूशन फ्रेंचाइजी होने जा रहा है। इस पर अभियंताओं का गुस्सा फूट पड़ा। शिविर में मुख्य वक्ता ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने पावर कारपोरेशन चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल द्वारा पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के बाद दिए जाने वाले विकल्पों का विश्लेषण कर उसे खारिज कर दिया। उन्होंने ...