वाराणसी, अक्टूबर 8 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ की ओर से मंगलवार को बीएलडब्ल्यू में निजीकरण के विरोध में चिंतन मंथन शिविर का आयोजन किया गया। इसमें आंदोलनकारियों ने निजीकरण के विकल्प को एक स्वर में खारिज करने का संकल्प लिया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल के पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के बाद दिए जाने वाले विकल्पों का विस्तार से विश्लेषण कर उसे खारिज कर दिया। उन्होंने विकल्प के तीनों बिन्दुओं निजी कंपनी की नौकरी ज्वॉइन कर लें, अन्य निगमों में वापस आ जाएं और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले लें का विश्लेषण करते हुए बताया कि तीनों ही विकल्प बिजली कर्मियों के भविष्य को बर्बाद कर देंगे। राज्य विद्युत परिषद अभियं...