लखनऊ, मई 13 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता। दक्षिणांचल व पूर्वांचल बिजली कंपनियों के निजीकरण के विरोध में बिजलीकर्मियों का आंदोलन जारी है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने 14 मई से कार्य आंदोलन शुरू करने की बात कही है। वहीं पावर कारपोरेशन पर गलत प्रेसनोट जारी करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इससे बिजलीकर्मियों में गुस्सा है। संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि निजीकरण का टेंडर निकला तो बिना किसी और नोटिस के बिजलीकर्मी आंदोलन शुरू कर देंगे, जिसकी जिम्मेदारी कारपोरेशन प्रबंधन की होगी। संघर्ष समिति की मंगलवार को हुई बैठक में पावर कार्पोरेशन प्रबंधन द्वारा 12 मई की वार्ता का पूर्णतया असत्य और भ्रामक प्रेस नोट जारी करने पर आक्रोश व्यक्ति किया गया। संघर्ष समिति ने इस संबंध में कारपोरेशन के चेयरमैन को पत्र भेजकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है और कहा है क...