लखनऊ, जुलाई 29 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता। निजीकरण निरस्त होने और उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां थमने तक बिजलीकर्मियों का आंदोलन जारी रहेगा। यह फैसला विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की मंगलवार को ऑनलाइन हुई आमसभा में सर्वसम्मति से लिया गया। संघर्ष समिति ने निजीकरण के विरोध में चल रहे आंदोलन के 244 दिन पूरे होने पर आम सभा कर बिजली कर्मियों की राय मांगी थी। सभी संवर्गो के बिजली कर्मियों ने एक स्वर में कहा कि निजीकरण किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है। संघर्ष समिति के केंद्रीय पदाधिकारियों ने पुनः कहा कि बिजली कर्मी उपभोक्ता सेवा के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं। आंदोलन करना बिजली कर्मचारियों का स्वभाव नहीं है। उड़ीसा, नागपुर, औरंगाबाद, जलगांव, आगरा, ग्रेटर नोएडा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, भागलपुर, उज्जैन, सागर, ग्वालियर, रांची, जमशेदपुर आदि स्थानो...
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