श्रीनगर, सितम्बर 7 -- नगर निगम श्रीनगर के 30 से अधिक पार्षदों ने महापौर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्षदों ने निगम द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों पर असंतोष व्यक्त किया है। पार्षदों का कहना है कि वार्डों में मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण उन्हें स्थानीय निवासियों के सामने अपमानित होना पड़ रहा है। पार्षदों ने निगम महापौर को पत्र सौंपकर 10 दिनों के भीतर बोर्ड बैठक आयोजित करने की मांग की है। पार्षदों का आरोप है कि बिना बोर्ड की सहमति के विकास कार्य कराए जा रहे हैं और कार्यों की गति भी धीमी है। पार्षद झाबर सिंह रावत ने कहा कि बोर्ड की अनुमति के बिना कार्य होना आश्चर्यजनक है, इसलिए पारदर्शिता और कार्यों की स्थिति स्पष्ट करने के लिए बोर्ड बैठक आवश्यक है। पत्र देने वालों में राजेंद्र सिंह नेगी, संदीप रावत, भावना चौहान, अंजना रावत, पंकज सती, ...