लखनऊ, अगस्त 5 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता नगर विकास विभाग कार्यों की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए अब 11 बिंदुओं पर उपयोगिता प्रमाण पत्र लेगा। इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि मानक के अनुरूप काम हो रहा है या नहीं। विशेष सचिव नगर विकास सत्य प्रकाश पटेल की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि उपयोगिता प्रमाण पत्र में पूरी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। परियोजना का नाम, कार्यदायी संस्था, स्वीकृत धनराशि, टेंडर राशि, दी गई राशि, खर्च राशि, भौतिक प्रगति, जियोटैग फोटोग्राफ, गुणवत्ता प्रमाण पत्र और बची हुई राशि के बारे में जानकारी देनी होगी। निकायों में राज्य सेक्टर से सीवरेज, जल निकासी, पेयजल, झील, तालाब, पोखर संरक्षण का काम कराया जा रहा है।

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