बिहारशरीफ, मई 30 -- रामकथा वाचन के 7वें दिन दी वासना से दूर रहने की सीख अनुनायियों से की निंदा और स्तुति से बाहर निकलने की अपील फोटो: बापू01-राजगीर के कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार को कथा वाचन करते मुरारी बापू। बापू02-राजगीर के कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार को रामकथा का श्रवण करते श्रद्धालु। राजगीर, निज संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में रामकथा वाचन के 7वें दिन विश्वप्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू ने अपने अनुनायियों से निंदा और स्तुति से बाहर निकलने की अपील की। श्रद्धालुओं को वासना से दूर रहने की सीख देते हुए कहा कि सत्संग से प्राप्त विवेक से आलोचना में छिपे सच और प्रशंसा में छिपे झूठ को समझा जा सकता है। आध्यात्म की यात्रा करनी है तो धीरज होना चाहिए। एक क्षण में भगवान की कृपा के द्वार खुल जाएं, ये और बात है। राम को भजते-भजते आलोचना और प...