बेगुसराय, मई 2 -- नावकोठी, निज संवाददाता। लंपी वायरस के कारण क्षेत्र की कई गायें आक्रांत हैं। इससे पशुपालकों की परेशानी बढ़ गयी है। यहां तक कि एक गाय के मौत की भी खबर है। इससे पशुपालकों में दहशत है। लंपी मवेशियों में होने वाला एक संक्रामक रोग है जिसे गांठदार त्वचा रोग के नाम से भी जाना जाता है। पशु चिकित्सक अभिलेश कुमार ने बताया कि यह पॉक्सविरिडे परिवार के एक वायरस के कारण होता है जिसे नीथलिंग वायरस भी कहा जाता है। इस रोग के कारण पशुओं की त्वचा पर गांठें होती हैं। यह रोग त्वचा और श्लेष्मा झिल्ली (श्वसन और जठरात्र सम्बन्धी मार्ग सहित) पर बुखार हो जाता है। संक्रमित मवेशी में अंगों में सूजन और लंगड़ापन इस वायरस के कारण हो जाता है। इस बीमारी के चलते अक्सर पुरानी दुर्बलता, कम दूध उत्पादन, खराब विकास, बांझपन, गर्भपात और कभी-कभी मृत्यु भी हो जात...