मऊ, जून 20 -- मऊ। शहर के नालों का गंदा पानी लगातार पवित्र तमसा में बहाया जा रहा है। हालत ये है कि बढ़ते जल प्रदूषण के कारण नदी का दायरा सिकुड़ता जा रहा है। तमसा को संरक्षित और प्रदूषणमुक्त करने के लिए स्थानीय लोगों और समाजसेवियों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और उच्चाधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन अबतक नदी को संरक्षित और प्रदूषणमुक्त करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। लोगों ने एक बार फिर पवित्र तमसा नदी को पूरी तरह से संरक्षित और प्रदूषणमुक्त करने की मांग उठाई है, ताकि नदी की पवित्रता को संरक्षित किया जा सके। जिले की लाइफ लाइन कही जाने वाली तमसा नदी वर्तमान समय में जल प्रदूषण का केन्द्र बन चुकी है। वैसे तो जिला प्रशासन की तरफ से कई बार तमसा नदी को संरक्षित करने और प्रदूषणमुक्त करने का दावा किया गया, लेकिन प्रशासन का यह दावा सिर्फ कागजों में...