गाज़ियाबाद, जून 18 -- गाजियाबाद। नालों की सफाई नहीं होने से लोगों को मानसून में दिक्कत झेलनी पड़ सकती है। बड़े नाले गंदगी से अटे हैं। नियमित सफाई नहीं होने और अतिक्रमण के कारण सफाई नहीं हो रही। दो दिन पहले एक घंटे की बारिश में शहर में पानी भर गया था। शहरी क्षेत्र में 82 बड़े नाले हैं। नालों की सफाई निगम का स्वास्थ्य विभाग हर साल करीब चार से पांच करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। तीन बार सफाई होने के बाद ठेकेदार का भुगतान किया जाता है। लेकिन मानसून के दिनों में जलभराव से निगम की पोल खुल जाती है। इस कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। कई बड़े नालों की सफाई अभी तक नहीं हुई है। इस कारण मानसून में लोगों को जलभराव से दिक्कत झेलनी पड़ सकती है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि मंगलवार को एक घंटे की तेज बारिश में शहर जलमग्न हो गया था। बाजार और कॉल...
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