सीवान, जून 11 -- सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता। नगर परिषद क्षेत्र में जिस प्रकार से जलजमाव की समस्या का निदान धरातल पर नहीं हो पा रहा, ठीक उसी प्रकार से नालों के गंदा पानी के ट्रिटमेंट की कहीं कोई व्यवस्था नहीं है। लिहाजा शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली दाहा नदी एक प्रकार से नाला बनकर रह गयी है। शहर में नालों के पानी के ट्रिटमेंट की कोई व्यवस्था नहीं है। इस कारण स्थिति लगातार गंभीर बनती जा रही है। नाले का गंदा पानी दाहा नदी में सीधे ऐसे ही गिराया जा रहा है। इस कारण से दाहा नदी में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक हाल तक पहुंच चुका है। निराशाजनक यह है कि इन हालातों का इंतजार किया गया है। बुरे हालातों से पूर्व इस दिशा में कुछ भी सकारात्मक नहीं सोचा गया। अब ट्रिटमेंट की जरूरत महसूस की जा रही नगर परिषद के पास इस बड़ी योजना के लिए फंड नहीं है, जबकि विधा...