मेरठ, अक्टूबर 2 -- मेरठ। जमीयत उलमा शहर अध्यक्ष जैनुर राशिद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि सूबे में एवं अन्य शहरों में आई लव मोहम्मद के नाम पर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। नबी मोहम्मद साहब मुसलमानों के ईमान का हिस्सा हैं, जिसका मुस्लिमों में ही नहीं अमन पंसद गैर मुस्लिमों में भी ऐहतराम किया जाता है। इसके लिए सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन करना ठीक नहीं है। मस्जिदें भी ऐहतराम की जगह है। उसका भी ऐहतराम किया जाना चाहिए। जमीयत उलमा एक दीनी जमात है, सियासी नहीं। मेरठ के मुस्लिम भी इस विषय पर विरोध प्रकट कर सकते थे, लेकिन शहर में अमन कायम रखने की खातिर ऐसा नहीं किया और न ही करने का इरादा है। उन्होंने मुस्लिम युवाओं से अपील की है कि वह सोशल मीडिया अथवा सड़कों पर नारे या पोस्टर के बजाए नबी मोहम्मद साहब के बताए रास्तों पर चलें। उनके मुताबिक जिंदगी गुजरना ही मोहम्...