रामपुर, मार्च 23 -- 50वें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में संगोष्ठी विषय 21वीं सदी में महिला नेतृत्व का आयोजन रंगमहल में किया गया। साथ ही दरबार हॉल में प्रदर्शनी का उ‌द्घाटन भी किया गया। प्रो. मधु चतुर्वेदी ने कहा कि समस्त प्रगति में नारी की भूमिका का आधार स्तंभ की तरह है। डा. किश्वर सुल्ताना ने कहा कि नारी कभी भी कर्म क्षेत्र में पीछे नहीं विशेष अतिथि डा. बेबी तबस्सुम ने कहा कि समाज और घर को चलाने की जो इकाई है वो एक नारी है। नारियों के पास बहुत बड़ी शक्ति है। नारी में वह शक्ति है कि वह पूरे समाज को परिवर्तित कर सकती है। दिल्ली विश्वविद्यालय से आई प्रोफेसर नीरजा सिंह कहा कि 1950 से लेकर अब तक कई दशकों तक भारतीय राष्ट्र और उसका संविधान महिला नेताओं, रचनाकारों, नवाचारों और परिवर्तन करने वालों की शक्ति का समर्थन करता रहा है। पुस्तकाल...