गंगापार, अक्टूबर 9 -- परसरा बसंती गांव में जय मां शारदा रामलीला नाट्य समिति के बैनर तले बुधवार की रात्रि नारद मोह लीला का मंचन का किया गया। देवर्षि नारद की तपस्या से परेशान देव राज इंद्र को परेशानी हुई तो उन्होंने नारद जी की तपस्या को भंग करने के लिए कामदेव को अफ़सराओ के साथ भेजा। कामदेव के साथ गई अफ़सराएं और खुद कामदेव जब उनकी तपस्या को भंग नहीं कर सके तो नारद जी को काम पर विजय पाने का अभिमान हो गया और वह भगवान शंकर के पास और अपने पिता ब्रह्मा के पास बारी बारी से पहुंचे और काम ओर विजय पाने की बात बताई तो दोनों ने उन्हें मना किया कि उक्त बाते वह भगवान विष्णु से न बताए। लेकिन नारद जी को अभिमान था तो वे श्री हरि के पास पहुंचे तो श्री हरि ने उन्हें सम्मान के साथ अपने बगल आसान पर बैठाया और हाल चाल पूछा तो उन्होंने पूरी दास्तां बताई। यह सुन भगवा...