गाजीपुर, सितम्बर 20 -- गाजीपुर(देवकली)। श्रीरामलीला समिति देवकली की ओर से लीला में नारद मोह की लीला का सजीव मंचन किया गया। कथा में दिखाया गया कि तप और बुद्धि का घमंड होने पर नारद मुनि हिमालय में तप करने लगते हैं। देवराज इंद्र के प्रयास असफल होने पर भगवान विष्णु अपनी माया से एक सुंदर नगरी का निर्माण करते हैं, जहां विश्व मोहिनी नामक कन्या के स्वयंवर में नारद मुनि भी भाग लेते हैं। भगवान विष्णु से सुंदर रूप मांगने पर नारद को बंदर का चेहरा मिल जाता है, जिसकी उन्हें भनक तक नहीं लगती। स्वयंवर में विश्व मोहिनी भगवान विष्णु को वरमाला पहनाती हैं, जिससे नारद का घमंड चूर हो जाता है। मंचन में कलाकारों की जीवंत प्रस्तुति और भावपूर्ण संवादों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। आयोजन में भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे और रामलीला समिति के प्रयासों की स...