शामली, जून 22 -- बुलंदशहर में एनकाउंटर में मारा गया विनोद गडरिया नाम बदलकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था। पत्नी की हत्या के बाद उसने सबसे पहले मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर में पहली डकैती डाली थी। वह जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह बनना चाहता था, लेकिन अब आतंक का अंत हो गया। कई जिलों में उसे लूट हत्या डकैती आदि आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था। कई जिलों की पुलिस को उसकी तलाश थी। मूल रूप से कैराना के गांव इस्सोपुर खुरगान का निवासी विनोद गडरिया ने वैसे तो वर्ष 2004 के लगभग अपनी पत्नी की गांव में ही फांदी देकर हत्या की थी। इस घटना में फैसला होने के चलते वह कानूनी शिकंजे से बच गया था। इसके बाद वह गांव छोड़कर हरियाणा के पानीपत में जाकर रहने लगा था। बाद में उसके स्थायी ठिकाने का कुछ पता नहीं चल सका। 2006 में जनपद मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र म...