कुशीनगर, सितम्बर 11 -- कुशीनगर, वरिष्ठ संवाददाता नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मुकदमे के ट्रायल के दौरान पुलिस की लापरवाही सामने आयी है। तरया सुजान थाने से जुड़े इस मुकदमे में नाबालिग लड़की से जब दुष्कर्म का केस दर्ज कराया गया तब लड़की गर्भवती थी। अब वह बच्चे की मां बन चुकी है मगर पुलिस ने बच्चे का डीएनए परीक्षण नहीं कराया है। विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट दिनेश कुमार की अदालत ने एडीजी गोरखपुर को निर्देश दिया है कि पुलिस बच्चे का डीएनए परीक्षण कराए। डीएम व एसपी कुशीनगर को आदेश दिया है कि यदि शासन के द्वारा अविवाहित अल्पव्यस्क पीड़िता व उससे उत्पन्न बालक की सामाजिक सुरक्षा के लिए कोई योजना या अनुदान हों तो अपने स्तर से हस्तक्षेप करते हुए पीड़िता को उपलब्ध कराया जाये। तरयासुजान थाने में इससे सबंधित मुकदमा वर्ष 2024 में दर्ज हुआ था। विवेचक उपनि...