नई दिल्ली, सितम्बर 10 -- बुरे और अच्छे कर्मों का फल मिलता ही मिलता है। आपने भी कई बार लोगों को कहते सुना होगा कि इसके कर्म ही इसे ले डुबेंगे। दरअसल हर एक कर्म का फल यही इसी जिंदगी में भोगना है लेकिन क्या बुरे कर्म को कभी पूजा-पाठ या नाम जप से खत्म किया जा सकता है? इसका जवाब वृंदावन के जाने-माने संत प्रेमानंद महाराज ने दे दिया दिया है। एक भक्त के पूछे जाने पर प्रेमानंद महाराज ने तीन तरह के कर्मों के बारे में भी बताया। साथ ही उन्होंने समझाया कि नाम जप से कौन-कौन से बुरे कर्म खत्म किए जा सकते हैं और किन कर्माें का फल हमें किसी भी हालत में भुगतना ही पड़ता है।क्या मिट सकते हैं बुरे कर्म? प्रेमानंद महाराज ने कहा कि जप से बुरे कर्म तो नष्ट हो जाते हैं लेकिन वर्तमान के बुरे कर्म। जो कर्म प्रारब्ध बन गया है वो नहीं। वो भोगना पड़ेगा। इस शरीर की रचन...
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