हजारीबाग, फरवरी 13 -- हजारीबाग वरीय सवांददाता। नाट्यशास्त्र के रचियता आचार्य भरत मुनि जयंति हर्षोल्लास व विविध आयोजनों के साथ संपन्न हुई। सर्वप्रथम आचार्य भरत मुनि के चित्र पर पुष्प क्षेपण कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई। उसके उपरान्त संस्कार भारती ध्येय गीत का गान सामुहिक रूप मे किया। स्वागत उद्बोधन करते हुए इकाई के जिलाध्यक्ष कुमार केशव ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए भरत मुनि के जीवन परिचय को बताते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति मे जो सर्वप्रथम नाट्यशास्त्र की रचना हुई थी। उसके रचनाकार आचार्य भरत मुनि ही थे। जिन्होंने नाट्यशास्त्र के विविध सर्ग के माध्यम से नाट्य शैली के प्रारूप का वर्णन जिसका आज सभी किसी रूप मे अनुशरण कर रहे है,विषय प्रवेश करते हुए इकाई के जिला महामंत्री विनीत कुमार जैन ने आज के दिवस की महत्ता बताते हुए कहा कि आज द...