लखनऊ, मार्च 19 -- लखनऊ, संवाददाता। गोमती नगर स्थित संगीत नाटक अकादमी के वाल्मीकि रंगशाला में बुधवार को दोहरी जिंदगी नाटक का मंचन किया गया। नाटक के जरिए समाज की सच्चाई को उजागर किया गया। नाटक की संगीतमय प्रस्तुति ने विजयदान देथा के लिखे नाटक को और रोमांचक बनाया। नाटक के शुरुआत में लालची राजस्थानी सेठों ने बच्चों के पैदा होने से पहले ही उनका रिश्ता तय कर लिया। लेकिन वे दोनों ही बेटियां जन्म लेती हैं। इसके बाद दहेज के लालच में एक सेठ ने लड़की को लड़का बनाकर दोनों लड़कियों की शादी करा दी। सच्चाई उजागर होने पर दोनों लड़कियां एक दूसरे को स्वीकार कर प्रेम पूर्वक जीवन बिताने लगती हैं, लेकिन समाज को यह रास नहीं आता है। भंवर की भूमिक निभा रही दिव्यानी और तीजा बनीं अनामिका के अभिनय को दर्शक ने खूब सराहा। विकास दुबे के निर्देशन में हुए नाटक में अग्रि...