वाराणसी, फरवरी 5 -- वाराणसी, प्रमुख संवाददाता।सैद्धांतिक कानूनी ज्ञान को प्रभावी अभ्यास में अनुवाद करने में अंतर्निहित चुनौतियों और इस अंतर में योगदान देने वाली जटिल गतिशीलता को समझने की जरूरत है। समाज को बदलने और प्रत्येक नागरिक को अधिकारों की समझ देकर उन्हें सशक्त बनाने में कानूनी शिक्षा का महत्व सर्वाधिक है। ये बातें यूपी राज्य विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहीं। वह रविवार को बीएचयू के विधि संकाय के शताब्दी राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र में मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि कानूनी शिक्षा का महत्व देश के हर नागरिक के लिए समान है। कानूनी जानकारी के अभाव को समाप्त करने के लिए इस विधा से जुड़े लोगों को विशेष प्रयत्न करने होंगे। सम्मानित अतिथि इलाहाबाद हाईकोर्ट की पूर्व न्यायाधीश विजय लक्ष्मी ने कहा कि प्रौद्यो...