बलरामपुर, जून 2 -- बलरामपुर, संवाददाता। हर घर नल हर घर जल परियोजना की रफ्तार सुस्त है। मार्च 2025 में परियोजना पूरी होनी थी, लेकिन अभी तक 629 ग्राम पंचायतों के सापेक्ष लगभग 300 ग्राम पंचायतों में ही परियोजना पूरी हो सकी है। ग्रामीणों के शुद्ध पेयजल का सपना अधूरा है। पाइप लाइन बिछाने के नाम पर गांव में तोड़ी गई अधिकांश सड़के अभी तक दुरुस्त नहीं की जा सकीं। ग्रामीण छोटे हैंडपंप का दूषित पानी पीने को विवश हैं। तराई क्षेत्र में गुर्दा व लीवर रोगियों की संख्या बढ़ रही है। परियोजना के अधिशासी अभियंता का कहना है कि बजट की कमी निर्माण में आड़े आ रही है। बजट मिलते ही काम शुरू करा दिया जाएगा। पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर नल हर घर जल परियोजना संचालित है। 890 ग्राम पंचायतों के सापेक्ष 629 में परियोजना के तहत पेयजलापूर्...