जमशेदपुर, सितम्बर 13 -- जमशेदपुर। हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका व्रत या जीउतपुत्रीका व्रत करने का विधान है। महिलाएं इस दिन निर्जला व्रत रखती है। मिथिला पंचांग के अनुसार मिथिला समाज की महिलाओं ने शनिवार को निर्जला व्रत से एक दिन पूर्व महिलाओं ने परंपरागत मान्यताओं के अनुसार मड़ुआ की रोटी और मछली का सेवन किया। वहीं रविवार को निर्जला व्रत रखेंगी। जबकि बनारसी पंचांग के अनुसार शनिवार को नोनी का साग, मड़ुआ की रोटी और झींगा की खाकर नहाए खाए करेंगी और व्रत का संकल्प लेंगे। पुरोहित सुधानंद झा ने बताया की मिथिला पनचांग के अनुसार मंगलवर को जीतियां का निर्जला व्रत रखा जाएगा। जबकि इसका पारण सोमवार को सुबह 6 बाजार 30 मिनट पर अष्टमी तिथि समाप्त होने के बाद किया जाएगा। सुधानंद झा ने कहा कि व्रत से एक दिन पूर्व नहाए खाए ...