मधेपुरा, नवम्बर 11 -- चौसा, निज संवाददाता।प्रखंड के टिल्लारही व घोषई नहर में करीब पच्चीस वर्षों से पानी नहीं छोड़े जाने से किसानों के समक्ष सिंचाई की गंभीर समस्या बनी है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से क्षतिग्रस्त नहर के तटबंध की मरम्मत नहीं हो पायी है। नहर की समुचित साफ-सफाई नहीं हो पायी है। विभाग की लचर व्यवस्था के कारण दोनों नहर के तटबंध का धड़ल्ले से अतिक्रमण किया जा रहा है। अतिक्रमणकारियों ने नहर के तटबंध और बाहरी भूभाग के साथ-साथ वितरणी के अंदर के भाग का भी कई जगहों पर अतिक्रमण कर लिया है। धुरिया गोठ और टिल्लारही के बीच जगह-जगह नहर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस दोनों नहर से समुचित जलापूर्ति नहीं होने के कारण लगभग दस हजार हेक्टेयर से अधिक भूभाग में सिंचाई की समस्या बनी रहती है। नहर से जलापूर्ति नहीं होने से रसलपुर धुरि...
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