मधेपुरा, जनवरी 29 -- मधेपुरा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले के किसानों को लगभग सभी फसलों के लिए सिंचाई की समस्या से जूझना पड़ता है। रबी फसल हो या फिर खरीफ फसल समय से पटवन कराने में खासकर छोटे किसानों के पसीने छूट जाते हैं। महाजनों से कर्ज लेकर खेती करने वाले छोटे किसानों की सबसे बड़ी समस्या यह है कि नहरों में पानी नहीं रहता है और सिंचाई के लिए अन्य कोई साधन उपलब्ध नहीं है। मध्यम वर्गीय किसान पंपसेट के सहारे पटवन कराने को विवश होते हैं। हालांकि ऐसे किसानों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ता है। गौरतलब है कि जिले के अधिकतर प्रखंडों से गुजरने वाली नहरों में वर्षों से नियमित पानी नहीं छोड़ने से इसके अस्तित्व पर संकट मंडराने लगा है। सूखी नहरों का तटबंध धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होता जा रहा है। कई प्रखंडों में तो नहरों के तटबंध का अतिक्रमण कर घर बनाए जा रहे ह...