मुजफ्फरपुर, मार्च 2 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। जिले में नशेड़ी मद्य निषेध विभाग के राहत के प्रस्ताव को ठुकरा कर शराब पिलाने वाले साकिया की शिकवा नहीं कर रहे हैं। सालभर में 80 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना नशेड़ियों ने भर दिया, लेकिन शराब पिलाने वाले धंधेबाजों का नाम-पता पुलिस को नहीं बताया। मद्य निषेध विभाग का प्रावधान है कि जो नशेड़ी पकड़ने जाने के बाद शराब बेचने वाले धंधेबाज का सुराग देकर उसे गिरफ्तार करवाता है तो उस पर लगने वाले जुर्माने की राशि और कोर्ट में उसकी पैरवी के लिए रखे जाने वाले वकील की फीस विभाग अदा करेगा। लेकिन, बीते एक साल में ऐसा एक भी नशेड़ी नहीं पकड़ा गया जो धंधेबाज का सुराग देकर उसे गिरफ्तार करवाया हो। इसलिए मद्य निषेध विभाग से एक भी नशेड़ी को इस योजना का लाभ नहीं दिया गया है। उत्पाद पुलिस और जिला पुलिस ने बीते ...