मधुबनी, जून 27 -- मधुबनी,विधि संवाददाता। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनामिका टी ने कहा कि नशा अभिशाप है। नशा मुक्ति से ही समाज का चहुंमुखी विकास होगा। अपराध में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति के लिए समाजिक सहभागिता जरूरी है। मद्य निषेध दिवस पर गुरुवार को जिला कोर्ट परिसर में न्यायाधीशों ने नशीली पदार्थों का सेवन नहीं करने की शपथ ली। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनामिका टी की अगुवाई में प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह एससी एसटी मामलों के स्पेशल जज सैयद मोहम्मद फजलुल बारी ने सभी न्यायाधीशों को शपथ दिलायी। न्यायिक पदाधिकारियों ने कहा कि शपथ लेता हूं कि तंबाकू, शराब एवं अन्य नशा का सेवन नहीं करेंगे। नशा सेवन के लिए किसी को प्रोत्साहित भी नहीं करेंगे। नशामुक्त समाज के निर्माण में सहयोग करेंगे। व्यवहार न्यायालय परिसर को परिसर को नशा...