नवादा, दिसम्बर 29 -- नवादा। हिन्दुस्तान संवाददाता नवादा शहर वर्तमान में कूड़े-कचरे के पहाड़ पर बसा नजर आता है। गंदगी जी का जंजाल बन चुकी है। नवादा अपनी गौरवशाली पहचान की बजाय कूड़े के पहाड़ों, सड़कों पर बहते गंदे पानी और नारकीय जलजमाव के लिए जाना जाने लगा है। वर्ष भर शहर में गंदगी पसरी रहती है और लोग हलकान रहते हैं। कूड़ा प्वाइंट पर सप्ताह में एक-दो बार जरूर उठाव हो जाता है, लेकिन तब तक सारा कचरा आसपास अथवा सड़कों पर बिखर कर पसरा पड़ा रहता है। इसके अलावा जरा-सी बारिश भी इस शहर के लिए किसी महासंकट से कम नहीं होती। शहर की व्यवस्था, जिसे इसके नागरिकों को एक सहज और स्वस्थ जीवन देना चाहिए था, वह पूरी तरह से चरमरा गई लगती है। लोग स्वास्थ्य संकट, आवागमन की दुश्वारियां और रोजमर्रा के जीवन में भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। कूड़े के ढेर बने शहर क...