नवादा, अक्टूबर 18 -- नवादा। राजेश मंझवेकर नवादा जिले में अब तक 08 निर्दलीय विधायकों ने दलीय उम्मीदवारों पर भारी पड़ते हुए अपना परचम लहराया है। कुल 18 चुनावों में इनकी धाक रही है। बिहार की राजनीति में दलों की जड़ें गहराई तक फैली हुई हैं, लेकिन नवादा जिला एक ऐसा उदाहरण है, जहां जनता ने कई बार पारम्परिक राजनीतिक दलों को चुनौती देते हुए निर्दलीय उम्मीदवारों को विधानसभा तक पहुंचाया है। अब तक कुल आठ बार स्वतंत्र उम्मीदवारों ने नवादा जिले की अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से जीतकर यह साबित किया है कि नेता और जनता का गठबंधन हो जाए, तो बिना किसी दल के समर्थन के भी जनप्रतिनिधि चुना जा सकता है। शुरुआती दौर में जब राजनीतिक पार्टियों का दायरा सीमित था, तब स्थानीय प्रतिष्ठा और जनता के बीच संबंध ही सफलता की कुंजी हुआ करते थे। लेकिन इसका प्रदर्शन आगे भी कई च...