नई दिल्ली, नवम्बर 26 -- पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बुधवार को कहा कि भारत की डिजिटल सीमाओं की रक्षा करना उतना ही जरूरी है जितनी जमीन की सरहदों की सुरक्षा करना। साइबर शिक्षित भारत पर अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश को नवाचार के साथ-साथ साइबर सुरक्षा को भी तेजी से बढ़ाना होगा। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि साइबर हमले बिना नाम-पते और बिना सीमा के होते हैं। इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को तकनीकी नवाचार के साथ-साथ ही तेजी से बढ़ाना होगा। उन्होंने भारत की डिजिटल प्रगति की तारीफ करते हुए कहा कि पिछले दस साल में भारत ने आम आदमी तक इंटरनेट और सस्ता डाटा पहुंचाया है। यूपीआई के जरिए डिजिटल पेमेंट हो रहा है सीधे खाते में सब्सिडी पहुंच रही है। हालांकि उन्होंने इसके साथ साइबर खतरों को लेकर भी आगाह किया। डिजिटल तकनीक के लिए...
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