नई दिल्ली, अप्रैल 1 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। राजधानी में चैत्र नवरात्र पर मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है, लेकिन इस बीच पर्यावरण संरक्षण को लेकर सावधानियों पर सवाल भी उठ रहे हैं। दिल्ली के अधिकांश बड़े मंदिर पर्यावरण से जुड़े प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं, लेकिन कई छोटे मंदिरों में इसकी अनदेखी देखने को मिल रही है। दिल्ली के प्रमुख मंदिर जैसे कालकाजी मंदिर, झंडेवालान मंदिर और छतरपुर मंदिर के प्रशासनों ने प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। झंडेवालान मंदिर में 'सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है और भक्तों को कपड़े के थैले या पत्तों से बने दोने इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है। कालकाजी मंदिर में भी कचरा प्रबंधन के लिए अतिरिक्त डस्टबिन लगाए गए हैं, ताकि पूजा के बाद बचे फूल और सामग्री को व्यवस्थ...
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