मुजफ्फर नगर, सितम्बर 30 -- नवरात्री के सातवें दिन मां कालरात्री की पूजा अर्चना की गई तथा मां कालरात्री को इनकी पूजा में गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाया गया। इससे शत्रु पर विजय प्राप्त करने का आशीर्वाद मिलता है। माँ दुर्गा जी की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती है। इनके शरीर का रंग घने अंधकार की तरह एकदम काला है। सिर के बाल बिखरे हुए हैं। गले में विद्युत की तरह चमकने वाली माला है। इनके तीन नेत्र हैं। ये तीनों नेत्र ब्रह्माण्ड के सदृश गोल हैं। इनसे विद्युत के समान चमकीली किरणें नि:सृत होती रहती हैं। कालरात्रि दुष्टों का विनाश करने वाली हैं। दानव, दैत्य, राक्षस, भूत, प्रेत आदि इनके स्मरण मात्र से ही भयभीत होकरभाग जाते हैं। ये ग्रह-बाधाओं को भी दूर करने वाली है। माँ कालरात्रि के स्वरूप विग्रह को अपने हृदय में अवस्थित करके मनुष्य को एक...