नई दिल्ली, सितम्बर 29 -- शारदीय नवरात्रि मा दुर्गा की उपासना का अत्यंत पवित्र पर्व है। नवरात्रि के नौ दिनों में हर दिन माता के एक स्वरूप की पूजा होती है। अष्टमी और नवमी तिथि का विशेष महत्व होता है। अष्टमी और नवमी पर विशेष रूप से हवन करना अत्यंत फलदायी माना जाता है। धार्मिक ग्रंथों और पुरानी मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के दौरान अष्टमी और नवमी को किया गया हवन मां दुर्गा को अत्यंत प्रिय है, तथा इससे दोगुना फल मिलने की मान्यता है। इस वर्ष की नवरात्रि में अष्टमी तिथि 30 सितंबर (मंगलवार) को है और नवमी तिथि 1 अक्टूबर (बुधवार) को। हवन का महत्व- हवन का धार्मिक महत्व केवल अग्नि में आहुति देना भर नहीं है- इसे सद्भाव, श्रद्धा और शुद्ध विचारों के साथ करना आवश्यक है। हवन के दौरान अज्ञानता, डर और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। घर-परिवार में सकारात...