वाराणसी, सितम्बर 28 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। शारदीय नवरात्र की षष्ठी तिथि पर रविवार को भक्तों ने भगवती के कात्ययायनी स्वरूप का दर्शन-पूजन कर सद्गति की कामना की। संकठा मंदिर के निकट आत्माविश्वेश्वर मंदिर प्रांगण स्थित देवी के विग्रह के दर्शन के लिए ब्रह्ममुहूर्त से ही भक्तों की कतार लगी रही। जनसामान्य के दर्शनार्थ देवी का पट खोले जाने से पूर्व माता के विग्रह को पंचामृत स्नान कराया गया। इसके बाद उन्हें नवीन वस्त्र धारण कराए गए। आभूषण आदि से विग्रह को सुसज्जित कर गुड़हल के 1008 फूलों की माला अर्पित की गई। गुलाब, बेला, चमेली आदि पुष्पों से भव्य शृंगार कर मातारानी की आरती उतारी गई। इसके बाद भक्तों के लिए कपाट खोल दिए गए। पट खुलते ही मंदिर से लेकर आपसपास की गलियां देवी के जयकारे से गूंज उठीं। देवी कात्यायनी की जय...और माता दुर्गा की जय...का ...