धनबाद, सितम्बर 29 -- कतरास, प्रतिनिधि। धनबाद जिले के कतरास स्थित मां लिलौरी मंदिर नवरात्र के दौरान आस्था और श्रद्धा का सबसे बड़ा केंद्र बन जाता है। नौ दिनों तक यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। विशेषकर महानवमी के दिन मंदिर में मेले जैसा दृश्य देखने को मिलता है। यहां पाठा बलि देने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। प्रतिदिन बलि होती है, लेकिन नवमी को दूर-दराज से हजारों भक्त पहुंचकर मां को शक्ति का प्रतीक मानते हुए पूजा-अर्चना और बलि अर्पित करते हैं। इस बार बलि की संख्या लगभग एक हजार तक पहुंचने का अनुमान है। भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने प्रशासन से सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की मांग की है। यह मंदिर आज झारखंड समेत कई प्रदेशों का सिद्ध पीठ माना जाता है और हर साल यहां बढ़ती भीड़ इसकी ख्याति को और मजबूत करती है। 800 साल पहले राजा सुजन ...