नई दिल्ली, जून 22 -- नवजात के जन्म के ठीक बाद सिकल सेल एनीमिया की जांच करने और शीघ्र उपचार करने से इस बीमारी से होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। आईसीएमआर के अध्ययन में यह दावा किया गया है। अध्ययन के अनुसार नवजात में सिकल सेल एनीमिया के कारण मृत्यु दर 20 से 30 प्रतिशत है, जिसे शीघ्र उपचार शुरू करने से घटाकर 5 प्रतिशत से भी कम किया जा सकता है। आईसीएमआर ने 2019 से 2024 के बीच 63,536 नवजात का सिकल सेल एनीमिया का परीक्षण किया। आईसीएमआर की निदेशक डॉ. मनीषा मडकेकर ने कहा कि नवजात जांच कार्यक्रम से यह पता लगाने में मदद मिलती है कि नवजात सिकल सेल रोग के साथ जन्मा है या नहीं। यह एक रक्त संबंधी आनुवांशिक बीमारी है। उन्होंने बताया कि यदि इसका जल्दी पता न लगे तो इससे जान को खतरा हो सकता है। डॉ.मनीषा ने कहा कि बीमारी का शुरू में ही पता लगने स...