हापुड़, नवम्बर 23 -- किसान नेताओं ने शनिवार को ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने नौ साल के दौरान हुए नलकूप घोटालों की विस्तृत जांच कराने और किसानों के साथ हो रहे अन्याय का मुद्दा उठाया। किसानों ने अधीक्षण अभियंता एसके अग्रवाल को सौंपे ज्ञापन में बताया कि अप्रैल 1995 से मार्च 2004 तक हुए बिजली घोटाले में सर्वाधिक लापरवाही एवं भ्रष्टाचार स्वयं बिजली निगम के कुछ अधिकारियों द्वारा किया गया था। उस अवधि में नलकूप उपभोक्ताओं के बिलों में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ तथा अनेक अभिलेखों को या तो नष्ट कर दिया गया या जानबूझकर गायब कर दिया गया। काफी वर्षों के बाद निगम द्वारा जारी नवीन आदेश किसानों के साथ अन्याय की पराकाष्ठा है। जब प्रदेश सरकार किसानों की बिजली माफ करने का दावा कर रही है। तब इस प्रकार का फरमान जारी करना किस...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.