पटना, मार्च 8 -- शहर में सीवरेज व्यवस्था को ठीक करने के लिए 2019-20 से चल रही नमामि गंगे परियोजना को देखने के लिए विश्व बैंक की टीम दो दिनों से पटना में है। शुक्रवार को टीम ने दीघा और कंकड़बाग एसटीपी को देखा, लेकिन वहां के कार्य से संतुष्ट नहीं थी। टीम इस बात से नाराज है कि परियोजना काफी लेट है। कार्य काफी धीमा चल रहा है। बाद में बुडको और नगर विकास एवं आवास विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी की। दीघा और कंकडबाग सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) पर 1187 करोड़ खर्च आने का अनुमान है। दोनों जगहों पर 30 दिसंबर 2019 को काम करने के लिए एग्रीमेंट किया गया था। तब से काम चल रहा है। एग्रीमेंट के अनुसार दोनों एसटीपी का काम पूरी तरह से 11 जनवरी 2024 तक ही पूरा होना था लेकिन नहीं हो सका। अब मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है लेकिन अधिकारियों क...