सीवान, जून 8 -- भगवानपुर हाट, एक संवाददाता। ईद उल अजहा यानि बकरीद त्याग और बलिदान का त्योहार है। इसे हर साल हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है। कुर्बानी का मकसद त्याग और बलिदान का जज्बा पैदा करना है। यह हमें गलत रास्तों को छोड़ कर नेकी के रास्ते पर चलना, हर बुराई को छोड़ कर अदल और इंसाफ के लिए त्याग और बलिदान के रास्ते पर चलना सीखाता है। इस पावन त्यौहार के अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों के ईदगाहों में शनिवार को बकरीद की नमाज अदा की गई। प्रखंड मुख्यालय के महम्मदपुर जामा मस्जिद, भगवानपुर, अंसारी मोहल्ला, बलहां अलीमर्दनपुर, सकरी, बहादुरपुर, बड़कागांव, मछगरा, ब्रह्मस्थान, साघर सुल्तानपुर, माघर, कौड़िया, बड़कागांव, महमदा सहित अन्य गांवों में पूरे धूमधाम से बकरीद का त्योहार मनाया गया। त्याग और बलिदान के इस त्योहार के अवसर प...