किशनगंज, जून 19 -- किशनगंज, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। एक मां की सबसे बड़ी चाहत होती है, अपने बच्चे की मुस्कान। पर सोचिए, जब वही मुस्कान जन्म से ही एक अदृश्य बीमारी की गिरफ्त में हो, तब उस मां के दिल पर क्या गुजरती होगी? हृदय रोग से जूझते नन्हे बच्चे, जिनकी सांसें भी तकलीफ में होती हैं, उनके लिए उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना। इस योजना ने न केवल इलाज को संभव बनाया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि सरकार सिर्फ योजनाएं नहीं बनाती, बल्कि अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाकर जीवन भी बदलती है।इसी कड़ी में किशनगंज जिले के ऐसे कई मासूमों को नई जिंदगी की ओर बढ़ते देखना अपने आप में एक सुखद अनुभव है। जहां पहले माता-पिता केवल लाचारी में अपने बच्चों की हालत देखते थे, आज वे उन्हें इलाज के लिए पटना और अहमदाबाद जाते देख रहे हैं । वो भी बिल्कुल ...