चमोली, मई 24 -- वर्ष 2026 में आयोजित होने वाली ऐतिहासिक और श्रद्धा से परिपूर्ण नंदा देवी राजजात को लेकर क्षेत्रवासियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में नंदानगर के कुरुड़ स्थित नंदा देवी सिद्धपीठ में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में मांग की उठाई कि नंदा देवी राजजात की शुरुआत पारंपरिक और आध्यात्मिक महत्व वाले कुरुड़ मंदिर से ही की जाए। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि चाहे वह छोटी जात हो या बड़ी, मां नंदा की यात्रा सदैव कुरुड़ से ही प्रारंभ होती आई है, और यही परंपरा मां की कृपा और क्षेत्र की आस्था का प्रतीक है। बैठक में यह भी कहा गया कि राजजात समिति द्वारा कुरुड़ सिद्धपीठ की अनदेखी करना मां नंदा देवी व उनके असंख्य भक्तों का अपमान है। इस बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि राजजात क...