प्रयागराज, फरवरी 25 -- इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग, मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान और संस्कृति फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में महाकुम्भ 2025: रीति-रिवाजों से नदी पुनर्जीवन विषय पर दो दिनी संगोष्ठी का समापन मंगलवार को हुआ। संगोष्ठी का उद्घाटन प्रो. धनंजय यादव के स्वागत भाषण से हुआ। डॉ. अमरनाध रेड्डी मंचुरी (संस्कृति फाउंडेशन) ने संगोष्ठी के उद्देश्यों और महत्व पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता प्रो. शिव मोहन प्रसाद (एमेरिटस वैज्ञानिक, वनस्पति विज्ञान विभाग) ने नदी पुनर्जीवन की वैज्ञानिक दृष्टि प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि डॉ. डब्ल्यूजी प्रसन्ना कुमार ने सतत नदी संरक्षण के लिए नीति निर्माण और सामुदायिक सहभागिता की आवश्यकता को रेखांकित किया। प्रो. आशीष सक्सेना, प्रो. एआर सिद्दीकी और प्रो. अविक सरकार ने अपने विचार साझा किए। चर्चा म...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.