शामली, जनवरी 29 -- खोखरी नदी को पुनर्जीवित करने का कारवां सकौती तक जा पहुॅचा हैं। सकौंती में खोखरी नदी अपने मूल अस्तित्व को खो चुकी है। न्यायाधिकरण के निर्देश पर सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम ने खोखरी नदी के जलप्रवाह की रूपरेखा कागजो पर खींची। इस दौरान नदी की भूमि पर घर बनाने वाले ग्रामीण परिवारों ने प्रशासन से नदी के जीर्णोद्धार के अन्य विकल्प तलाशनें की मांग की है। अप्रेल 2024 से एनजीटी में दायर याचिका पर कार्यवाही के बाद सरकार के जल संशाधन मंत्रालय से जुडंे आठ विभागों मे हडकम्प की स्थिति है। राजस्व विभाग नदी के भौगोलिक स्थिति व राजस्व रिकॉर्ड को एनजीटी मे पेश कर चुका है। अब पॉल्यूशन कन्ट्रोल बोर्ड की मांग पर सिंचाई विभाग जलप्रवाह की रूपरेखा को तैयार करने मे जुटा है। पिछले दो दिनों से सिंचाई विभाग की पॉच सदस्यीय टीम रिपोर्ट तैंयार कर रही ...