मुजफ्फरपुर, सितम्बर 8 -- मुजफ्फरपुर, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। पितृपक्ष के पहले दिन सोमवार को लोगों ने अपने पितरों के निमित्त तर्पण करने के लिए सुबह में शहर के बूढ़ी गंडक नदी के विभिन्न घाटों पर पहुंचे। पंडितों ने उन्हें घाट पर ही बैठा कर विधि पूर्वक तर्पण कराया। आश्रम घाट, अखाड़ाघाट, सीढ़ीघाट व संगम घाट में बड़ी संख्या में लोग तर्पण करने के लिए पहुंचे थे। पंडित प्रभात मिश्र ने बताया कि तर्पण करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वर्ष में यह पंद्रह दिन पितरों के लिए विशेष माना गया है। पितृपक्ष 21 सितंबर तक चलेगा। बताया कि शास्त्रों में मनुष्यों के लिए तीन ऋण बताए गए हैं, देवऋण, ऋषिऋण और पितृ ऋण। दिवंगत माता-पिता या पूर्वजों के लिए श्रद्धा पूर्वक जो प्रिय भोजन दिया जाता है, वह श्राद्ध कहलाता है। श्राद्ध कर्म से पितृ ऋण से मुक्ति मिलती ह...